श्री शिवाय नमस्तुभ्यं लिरिक्स Shri Shivay Namastubhyam Lyrics

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं लिरिक्स Shri Shivay Namastubhyam Lyrics



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 श्री शिवाय नमस्तुभ्यं,
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं,
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं।

सौराष्ट्रे सोमनाथं च,
श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्,
उज्जयिन्यां महाकाल,
मोङ्कारममलेश्वरम्।

परल्यां वैद्यनाथं च,
डाकिन्यां भीमशङ्करम्,
सेतुबन्धे तु रामेशं,
नागेशं दारुकावने।

वाराणस्यां तु विश्वेशं,
त्र्यम्बकं गौतमीतटे,
हिमालये तु केदारं,
घुश्मेशं च शिवालये।

एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि,
सायं प्रातः पठेन्नरः,
सप्तजन्मकृतं पापं,
स्मरणेन विनश्यति।

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं,
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं,
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं।

आकाशे तारकम लिंगम,
पाताले हाटकेश्वरम,
मृत्युलोके महाकालं,
त्रियलिंगम नमोस्तुते।

कर्ता करे न कर सके,
शिव करे सो होय,
तीन लोक नौ खंड में,
महाकाल से बड़ा न कोय।

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं,
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं,
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं।

 


श्री शिवाय नमस्तुभ्यम् | Shri Shivay Namastubhyam | Shiv Mantra Jaap | Shiv Mantra | Mahadev Mantra

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