गुरा दी कचेरी विच लेखे जदो होणगे लिरिक्स Gura Dee Kacheri Lyrics

गुरा दी कचेरी विच लेखे जदो होणगे लिरिक्स Gura Dee Kacheri Lyrics



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 गुरा दी कचेरी विच लेखे जदो होणगे,
कई ओथे हसन ते कई ओथे रोणगे,
गुरा दी कचेरी विच लेखे जदो होणगे,
कई ओथे हसन ते कई ओथे रोणगे।

करके गुनाह बेडी बंदया वे पर ल‌ई,
अमला दी पोथी खाली पाप नाल कर ली,
हन्जुआ दे नाल बैठे कालक नु धोणगे,
कई ओथे हसन ते कई ओथे रोणगे,
गुरा दी कचेरी विच लेखे जदो होणगे,
कई ओथे हसन ते कई ओथे रोणगे।

डंगरा दे वांग जेडे सो गये ते खा गये,
नफा लेण आये हथो मूल वी गवा गये,
केड़ा मुह लेके अगे रब दे खलोणगे,
कई ओथे हसन ते कई ओथे रोणगे,
गुरा दी कचेरी विच लेखे जदो होणगे,
कई ओथे हसन ते कई ओथे रोणगे।

भला मांग हर दिन रब कोलो सबदा,
दुख देके दुज्या नु सुख नहियो लबदा,
मिलन गे कड़े जेडे किकरा नु होणगे,
कई ओथे हसन ते कई ओथे रोणगे,
गुरा दी कचेरी विच लेखे जदो होणगे,
कई ओथे हसन ते कई ओथे रोणगे।

धन ने ओ जीव जिनहा सतगुरु तारया,
जप के ओ नाम जिना जन्म सुधारया,
उसदी ता मौत वेले सतगुरु होणगे,
कई ओथे हसन ते कई ओथे रोणगे,
गुरा दी कचेरी विच लेखे जदो होणगे,
कई ओथे हसन ते कई ओथे रोणगे।
 

 


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