यशोदा मां चोरी हो गयी लिरिक्स
यशोदा मां चोरी हो गयी,
गोरस जमा के मटकी छुपा के,
झट से मैं सो गई,
यशोदा मां चोरी हो गयी।
कागज कलम दवात ले,
लिखलो रपट हमारी,
माखन मेरा चुराया,
तेरा मदन मुरारी,
मां को जवाब क्या दूं मैया,
बरजोरी हो गयी,
यशोदा मां चोरी हो गयी।
लिखकर रपट यशोदा,
श्री कृष्ण को बुलाई,
नंद ने कचहरी में,
फैसला सुनाई,
कृष्ण को बांध दिए उखल में,
मजबूरी हो गयी,
यशोदा मां चोरी हो गयी।
उस दिन से सारी सखियां,
रोए कदंब के नीचे,
आजा मोहन मुरारी,
आंसु से तन को सींचें,
रोको कलम को प्यासा,
कुछ गलती हो गयी,
यशोदा मां चोरी हो गयी।
यशोदा मां चोरी हो गयी,
गोरस जमा के मटकी छुपा के,
झट से मैं सो गई,
यशोदा मां चोरी हो गयी।