देख तेरे ही मन मंदिर में भजन लिरिक्स Dekh Tere Hi Man Mandir Me Lyrics
देख तेरे ही मन मंदिर में,
बसा हुआ भगवान।
अरे तू कर उससे पहचान।
रोम रोम में बोल रहा है,
करले तू गुणगान।
अरे तू कर उससे पहचान।
घट घट में है वास उसी का,
सूरज में प्रकाश उसी का।
सब के मन में दम उसीका,
जीवन में है साथ उसी का।
भूल उसे क्यों भटक रहा है,
डगर डगर नादान।
अरे तू कर उससे पहचान।
चेत अरे माया के अंधे ,
भूल गया क्यों राम को बन्दे।
हरी चरणों में आजा बन्दे,
छोड़ कपट चतुराई के धंदे।
हो जायेगा राम नाम से,
अंत समय कल्याण।
अरे तू कर उससे पहचान।
अब तो आवागमन मिटाले ,
मानव जीवन सफल बनाले।
भजन गंगा में रोज नहाले,
प्रभु चरणों में शीश झुकाले।
भजन मंडल तुम प्रभु कृपा से,
लावो भजन में ध्यान।
अरे तू कर उससे पहचान।
बसा हुआ भगवान।
अरे तू कर उससे पहचान।
रोम रोम में बोल रहा है,
करले तू गुणगान।
अरे तू कर उससे पहचान।
घट घट में है वास उसी का,
सूरज में प्रकाश उसी का।
सब के मन में दम उसीका,
जीवन में है साथ उसी का।
भूल उसे क्यों भटक रहा है,
डगर डगर नादान।
अरे तू कर उससे पहचान।
चेत अरे माया के अंधे ,
भूल गया क्यों राम को बन्दे।
हरी चरणों में आजा बन्दे,
छोड़ कपट चतुराई के धंदे।
हो जायेगा राम नाम से,
अंत समय कल्याण।
अरे तू कर उससे पहचान।
अब तो आवागमन मिटाले ,
मानव जीवन सफल बनाले।
भजन गंगा में रोज नहाले,
प्रभु चरणों में शीश झुकाले।
भजन मंडल तुम प्रभु कृपा से,
लावो भजन में ध्यान।
अरे तू कर उससे पहचान।
देख तेरे ही मन मंदिर में बसा हुआ भगवन || Dekh Tere hi Man Mandir || समर्पण
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