है तन में भस्मी गले में विषधर लिरिक्स
है तन में भस्मी,
गले में विषधर,
नमामी शंकर,
नमामी शंकर।
जटा से गंगा की,
धार बहती,
विराजे मस्तक पे,
चांद तितली,
सदा विचरते राहें दिगंबर,
नमामी शंकर नमामी शंकर,
है तन में भस्मी,
गले में विषधर,
नमामी शंकर,
नमामी शंकर।
तुम्हारे मंदिर मैं नित्य आऊं,
तुम्हारी महिमा मैं नित्य गाऊं
चढ़ाऊं चंदन तुम्हें ये विषधर,
नमामी शंकर नमामी शंकर,
है तन में भस्मी,
गले में विषधर,
नमामी शंकर,
नमामी शंकर।
तुम्हें समर्पित है सारा जीवन,
तुम्हीं हमारे परम पिता हो,
मिटा दो दुख ज्वाला हो शंकर,
नमामी शंकर नमामी शंकर,
है तन में भस्मी,
गले में विषधर,
नमामी शंकर,
नमामी शंकर।
Bhole Shankar bhajan || भोलेनाथ भजन || है तन में भस्मी, गले में बिषधर || dholak geet || with lyrics