राम सिया संग आवजो रे भजन
राम सिया संग आवजो,
थारी घणी रे करू मनवार,
पधारो म्हारे आँगणिये।
केवट रे घर आविया रे,
केवट रे घर आविया,
कीनो भसागर पार,
पधारो म्हारे आँगणिये।
अंजनी सूत हनुमान ने,
अंजनी सूत हनुमान ने,
दिनो भगती वरदान,
पधारो म्हारे आँगणिये।
सबरी रे घर आविया रे,
सबरी रे घर आविया।
झूठा फल लीना खाय,
पधारो म्हारे आँगणिये।
पत्थर री ऋषि नार ने,
पत्थर री ऋषि नार ने,
चरणा सु दिनी तार,
पधारो म्हारे आँगणिये।
तुलसीदास कथ गावता रे,
तुलसीदास कथ गावता,
ज्या ने दर्शन दीना आय,
पधारो म्हारे आँगणिये।
आप पधारो रामजी रे,
आप पधारो राम जी,
थारी जुग जुग जोवू वाट,
पधारो म्हारे आँगणिये।
दास अशोक री विनती रे,
दास अशोक री विनती,
म्हारे सिर पर राखो हाथ,
पधारो म्हारे आँगणिये।
राम सिया संग आवजो || भजन सियाराम जी महाराज || Ram Siya Sang Aavjo || Bhajan || Siyaram ji maharaj
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