साँवरे मेरे घर आओ कभी लिरिक्स Sanware Mere Ghar Lyrics
सांवरे, साँवरे,
मेरे घर आओ कभी
प्यासी है जी कबसे अखियां,
दरस दिखाओ कभी।
नटखट गोविंदा नटखट गोपाला,
गाय चराए बोलो कौन है बाला,
नटखट गोविंदा नटखट गोपाला,
गाय चराये बोलो कौन है बाला,
प्यार की ये भाषा,
जरा हमें भी सिखाओ कभी।
बचना रे बचना कान्हा रंग लगाये
बरसाना का सभी रास्ता सजाये
माखन मटकी ये अपना बचा लो
मटकी तोड़के नाच नचाये
प्रीत का ये रंग
जरा हमें भी लगाओ कभी
दरश दिखाओ कभी,
सांवरे, साँवरे,
मेरे घर आओ कभी
प्यासी है जी कबसे अखियां,
दरस दिखाओ कभी।
तुम्हरी लीला कोई समझे ना समझे,
माया तुम्हारी से कैसे कोई बच ले,
तुम्हरी लीला कोई समझे ना समझे,
माया तुम्हारी से कैसे कोई बच ले,
प्राण जो मैंने तुमको अर्पण किये तो,
फिर रंग क्या है ये अब जाके समझे,
मीठी मन मोहिनी मुरली,
मेरे लिए भी बजाओ कभी,
दरश दिखाओ कभी,
सांवरे, साँवरे,
मेरे घर आओ कभी
प्यासी है जी कबसे अखियां,
दरस दिखाओ कभी।
मेरे घर आओ कभी
प्यासी है जी कबसे अखियां,
दरस दिखाओ कभी।
नटखट गोविंदा नटखट गोपाला,
गाय चराए बोलो कौन है बाला,
नटखट गोविंदा नटखट गोपाला,
गाय चराये बोलो कौन है बाला,
प्यार की ये भाषा,
जरा हमें भी सिखाओ कभी।
बचना रे बचना कान्हा रंग लगाये
बरसाना का सभी रास्ता सजाये
माखन मटकी ये अपना बचा लो
मटकी तोड़के नाच नचाये
प्रीत का ये रंग
जरा हमें भी लगाओ कभी
दरश दिखाओ कभी,
सांवरे, साँवरे,
मेरे घर आओ कभी
प्यासी है जी कबसे अखियां,
दरस दिखाओ कभी।
तुम्हरी लीला कोई समझे ना समझे,
माया तुम्हारी से कैसे कोई बच ले,
तुम्हरी लीला कोई समझे ना समझे,
माया तुम्हारी से कैसे कोई बच ले,
प्राण जो मैंने तुमको अर्पण किये तो,
फिर रंग क्या है ये अब जाके समझे,
मीठी मन मोहिनी मुरली,
मेरे लिए भी बजाओ कभी,
दरश दिखाओ कभी,
सांवरे, साँवरे,
मेरे घर आओ कभी
प्यासी है जी कबसे अखियां,
दरस दिखाओ कभी।
sanware mere ghar aao kabhi, pyasi hai ji kabse ankhiyan, daras dikhao kabhi Krishna Janmashtami
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।