मन बस गयो नंदकिशोर लिरिक्स Man Bas Gayo Nand Kishore Lyrics
हो मन बस गयो नंदकिशोर,
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
सौंप दिया अब जीवन तोहे,
राखो जिस विधि रखना मोहे,
तेरे दर पे पड़ी हूं सब छोड़,
बसालो वृन्दावन में।
चाकर बनकर सेवा करुंगी,
मधुकरी मांग कलेवा करूंगी,
तेरे दरश करुंगी उठ भोर,
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
अर्ज मेरी मंजूर ये करना,
वृन्दावन से दूर न करना,
कहे मधुप हरि जी हाथ जोड़,
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
मन बस गयो नंदकिशोर,
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
सौंप दिया अब जीवन तोहे,
राखो जिस विधि रखना मोहे,
तेरे दर पे पड़ी हूं सब छोड़,
बसालो वृन्दावन में।
चाकर बनकर सेवा करुंगी,
मधुकरी मांग कलेवा करूंगी,
तेरे दरश करुंगी उठ भोर,
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
अर्ज मेरी मंजूर ये करना,
वृन्दावन से दूर न करना,
कहे मधुप हरि जी हाथ जोड़,
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
मन बस गयो नंदकिशोर,
अब जाना नहीं कहीं और,
बसालो वृन्दावन में।
मन बस गयो नन्द किशोर | SuperHit Krishna Bhajan | Man Bas Gayo Nand Kishor | Devi Chitralekha Ji
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।