जय जय शिव गौरी
एक ऐसी दास्तां,
ब्रह्माण्ड भी जिसका वंश है,
और एक ऐसी काया,
शिव भी जिसका एक अंश है।
एक राजा है भूतों का,
एक रानी धरती अम्बर की,
है इतनी गहरी मोहब्बत के,
मानो गहराई समंदर की।
कैलाश नाथ पे विराजे,
विराजे ये जोड़ी,
शिव गौरी शिव गौरी।
जय जय शिव गौरी,
जय जय जय जय शिव गौरी।
ॐ नमो हिरण्यबाहवे,
हिरण्यवर्णाय,
हिरण्यरूपाय हिरण्यपतए,
अंबिका पतए,
उमा पतए पशूपतए नमः।
तिनके तिनके में रमा पड़ा है,
इश्क इनका यहाँ,
ये चांद सितारे इनके है,
और इनका ही ये जहा।
जर्रा जर्रा देता गवाही,
ऐसी ये कहानी,
शिव रमता है गौरी में,
और गौरा शिव की दीवानी।
कैलाश नाथ पे विराजे,
विराजे ये जोड़ी,
शिव गौरी शिव गौरी।
जय जय शिव गौरी,
जय जय जय जय,
शिव गौरी।
Jai Jai Shiv Gauri - Akash Sharma - Shiv Parvati Love Song - Kailash nath pe viraje - Hindi Bhajan
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