सब प्रेम से मिलकर जय बोलो लिरिक्स Sab Prem Se Milkar Jay Bolo Bhajan
जय बोलो बोलो जय बोलो,
सब प्रेम से मिलकर जय बोलो,
राधे कृष्णा राधे कृष्णा,
दर्शन देंगे वो खुद आकार,
राधे कृष्ण राधे कृष्ण,
सब प्रेम से मिलकर जय बोलो,
राधा कृष्ण राधा कृष्ण।
वृन्दावन रास रचाया था,
गोपियन संग प्रेम बढ़ाया था,
ऐसे हैं लीलाधारी,
राधा कृष्ण राधा कृष्ण,
सब प्रेम से मिलकर जय बोलो,
राधा कृष्ण राधा कृष्ण।
नख पर गिरिवर को उठाया था,
सब डुबत बृज को बचाया था,
ऐसे हैं गिरिवर धारी,
राधा कृष्ण राधा कृष्ण,
सब प्रेम से मिलकर जय बोलो,
राधा कृष्ण राधा कृष्ण।
जब जब भक्तों ने याद किया,
तब आकर संकट दूर हो किया,
ऐसे हैं संकट हारी,
राधा कृष्ण राधा कृष्ण,
सब प्रेम से मिलकर जय बोलो,
राधा कृष्ण राधा कृष्ण।
वे यहां भी रास रचायेंगें,
भक्तों को दर्श दिखायेंगें,
जब प्रेम से मिलकर गाओगे,
राधा कृष्ण राधे कृष्ण,
सब प्रेम से मिलकर जय बोलो,
राधा कृष्ण राधा कृष्ण।
SAB PREM SE MILKAR JAY BOLO | RADHE KRISHNA RADHE KRISHNA @NandlalChhanga
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।
|