इधर उधर क्यों भटक रहे हो लिरिक्स Idhar Udhar Kyo Bhatak Rahe Ho Lyrics

इधर उधर क्यों भटक रहे हो लिरिक्स Idhar Udhar Kyo Bhatak Rahe Ho Lyrics


इधर उधर क्यों भटक रहे हो लिरिक्स Idhar Udhar Kyo Bhatak Rahe Ho Lyrics

श्री राम श्री राम,
इधर उधर क्यों भटक रहे हो,
आज ये तुमको समझाना है,
एक न एक दिन वापस तुमको,
श्री राम के घर आना है,
जय जय जय श्री राम,
जय जय जय श्री राम,
इधर उधर क्यों भटक रहे हो,
आज ये तुमको समझाना है।

एक न एक दिन वापस तुमको,
श्री राम के घर आना है,
जय जय जय श्री राम,
जय जय जय श्री राम।

श्री राम श्री राम,
श्री राम जय जय राम,
क्या वो दिन होगा जब हर घर,
राम का भजन सुनाई देगा,
हर घर की छत पर श्री राम का,
लहराता ध्वज दिखाई देगा,
तुम हो राम के राम तुम्हारे,
फिर ये कैसा बहाना है,
एक न एक दिन वापस तुमको,
श्री राम के घर आना है,
जय जय जय श्री राम,
जय जय जय श्री राम,
श्री राम श्री राम।

मानव जाति पर श्री राम ने,
जन्म लेके उपकार किया,
समाधान विपदाओं का करके,
हम सबका उद्धार किया,
मिल जुलकर हर एक जन जन को,
राम के ही गुण गाना है,
एक न एक दिन वापस तुमको,
श्री राम के घर आना है,
जय जय जय श्री राम,
जय जय जय श्री राम,
श्री राम श्री राम,
श्री राम जय जय राम।

बड़े बड़े पापी की नैया,
राम नाम से तर जाये,
अवगुण सारे मिट जाये और,
जीवन उसका संवर जाये,
आ जाओ श्री राम शरण में,
अंतिम यही ठिकाना है,
एक ना एक दिन वापस तुमको,
श्री राम के घर आना है,
जय जय जय श्री राम,
जय जय जय श्री राम।


इधर उधर क्यों भटक रहे हो | Idhar Udhar Kyun Bhatak Rahe Ho | Ram Bhajan | Ram Songs | Bhakti Songs


ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

 
Singer: Shailendra Bharti
Lyrics: Kafia
Music: Samuel Paul
Music Label: Wings Music

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
+

एक टिप्पणी भेजें