पर्वत पर बैठे भोलेनाथ आवेगी गौरा पार्वती
पर्वत पर बैठे भोलेनाथ,
आवेगी गौरा पार्वती,
पर्वत पर बैठे भोलेनाथ,
आवेगी गौरा पार्वती।
हरी हरी भंगिया,
भोले पर्वत पे,
पीवेंगें भोलेनाथ,
घोटेंगी गौरा पार्वती,
पर्वत पर बैठे भोलेनाथ,
आवेगी गौरा पार्वती।
शेष भोले के जटा विराजे,
बीच में गंगा की धार,
नहावेगी गौरा पार्वती,
पर्वत पर बैठे भोलेनाथ,
आवेगी गौरा पार्वती।
माथे पे चंदा,
गले नागों की माला,
डमरु बजावे भोलेनाथ,
नाचेगी गौरा पार्वती,
पर्वत पर बैठे भोलेनाथ,
आवेगी गौरा पार्वती।
संग में उनके नंदी विराजे,
नदी पर होके सवार,
घूमेगी गौरा पार्वती,
पर्वत पर बैठे भोलेनाथ,
आवेगी गौरा पार्वती।
पर्वत पर बैठे भोलेनाथ,
आवेगी गौरा पार्वती,
पर्वत पर बैठे भोलेनाथ,
आवेगी गौरा पार्वती।
शिवरात्रि भजन | पर्वत पे बैठे भोलेनाथ आवेगी गौरा पार्वती | Shiv Parvati Bhajan | Sheela Kalson
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■ Title ▹ Parvat Pe Baithe Bholenath Aavegi Gora Parvati
■ Artist ▹ Ritu
■ Singer ▹ Sheela Kalson
■ Music ▹ Kuldeep Mali Aala
■ Keyboard Player ▹ Sachin Kamal
■ Lyrics & Composer ▹Traditional
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