भवानी माँ दया कर दो तुम्हारे द्वार आये है
(मुखड़ा)
भवानी माँ, दया कर दो,
तुम्हारे द्वार आए हैं,
शिवानी माँ, विपत्ति हर लो,
तुम्हारे द्वार आए हैं।।
(अंतरा)
ना है दौलत की कुछ आशा,
ना है शोहरत की अभिलाषा,
कृपा का हाथ सिर रख दो,
तुम्हारे द्वार आए हैं।।
तुम्हीं ने महिषासुर मारा,
तुम्हीं ने ध्यानू को तारा,
हमें भक्ति का एक वर दो,
तुम्हारे द्वार आए हैं।।
‘पद्म’ इतना दिया माँ ने,
शरण में ले लिया माँ ने,
मेरी वाणी में रस भर दो,
तुम्हारे द्वार आए हैं।।
(पुनरावृति)
भवानी माँ, दया कर दो,
तुम्हारे द्वार आए हैं,
शिवानी माँ, विपत्ति हर लो,
तुम्हारे द्वार आए हैं।।
bhawani ma dya kardo,tumhare dwar aaye he.