मेरी मैया मेरे घर आई मैं तो झूम भजन

मेरी मैया मेरे घर आई मैं तो झूम झूम बांटू बधाई भजन

 
मेरी मैया मेरे घर आई मैं तो झूम झूम बांटू बधाई भजन

(मुखड़ा)
मेरी मैया मेरे घर आई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई।
कभी देखूँ इधर,
कभी देखूँ उधर,
मेरी आँखें खुशी से भर आई।
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई,
मेरी मैया मेरे घर आई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई।।

(अंतरा 1)

ओढ़े चुनरिया लाल,
छाया तेज़ बेशुमार।
ओढ़े चुनरिया लाल,
छाया तेज़ बेशुमार।
होके सिंह पे सवार मैया आई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई,
मेरी मैया मेरे घर आई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई।।
(अंतरा 2)

ढोल बजने लगा,
झाँझ बजने लगे।
ढोल बजने लगा,
झाँझ बजने लगे।
बाजी बाजी रे मंगल शहनाई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई,
मेरी मैया मेरे घर आई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई।।
(अंतरा 3)

धूप ढलने लगी,
छाँव होने लगी।
धूप ढलने लगी,
छाँव होने लगी।
ठंडी ठंडी चली पुरवाई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई,
मेरी मैया मेरे घर आई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई।।
(अंतरा 4)

आज पूरे हुए,
भक्तों के अरमान।
आज पूरे हुए,
भक्तों के अरमान।
माँ को बेटे की याद तो आई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई,
मेरी मैया मेरे घर आई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई।।
(पुनरावृत्ति – मुखड़ा)

मेरी मैया मेरे घर आई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई।
कभी देखूँ इधर,
कभी देखूँ उधर,
मेरी आँखें खुशी से भर आई।
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई,
मेरी मैया मेरे घर आई,
मैं तो झूम झूम बाँटू बधाई।।
 


Meri Maiya Mere Ghar Aai I Devi Bhajan I SAURABH MADHUKAR I Kirtan Maiya Ka I Full HD Video Song

मैया के घर आने की खुशी ऐसी है कि मन झूम उठता है, जैसे फूलों में बसंत आ गया हो। लाल चुनर ओढ़े, सिंह पर सवार, उनका तेज चारों ओर फैलता है—देखते ही आँखें भर आती हैं। ढोल-झाँझ की गूँज और शहनाई की मंगल धुन से दिल मस्त हो जाता है, हर तरफ बस बधाई बाँटने को जी चाहता है।

धूप ढलती है, ठंडी हवा चलती है, जैसे प्रकृति भी माँ के स्वागत में नाच रही हो। उनके आने से भक्तों के सारे अरमान पूरे हो गए—माँ ने अपने बेटे को याद किया और चली आई। इधर-उधर नज़र घुमाओ, हर कोने में उनकी छवि नज़र आती है। यह सुख ऐसा है कि बस झूमते हुए सबको बताना चाहता हूँ—मैया मेरे घर आई! जब हृदय में भक्ति का प्रकाश फैलता है, तो जीवन में एक अनुपम उल्लास और आनंद का संचार होता है। यह वह क्षण है जब आत्मा अपने स्रोत से मिलन का अनुभव करती है, और हर ओर केवल प्रेम और कृपा की अनुभूति होती है। यह भावना मन को इतना आह्लादित कर देती है कि हर दिशा में केवल मंगलमय दृश्य ही दिखाई देते हैं। यह आनंद इतना गहरा होता है कि वह न केवल स्वयं को, बल्कि आसपास के सभी लोगों को भी अपनी खुशी में शामिल कर लेता है। यह वह पवित्र उपस्थिति है, जो जीवन को एक उत्सव में बदल देती है, जहाँ हर साँस कृतज्ञता और भक्ति से भरी होती है।

Devi Bhajan: Meri Maiya Mere Ghar Aai
Singer: Madhukar
Music Director: Indranil Ray
Lyrics: Traditional
Album: Kirtan Maiya Ka
Music Label: T-Series 

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