ऐसी किरपा करो राम मेरे भजन

ऐसी किरपा करो राम मेरे भजन

ऐसी किरपा करो राम मेरे, हर जनम में रहू साथ तेरे,
चाहे कोई जनम मुझे देना , मौका सेवा का मुजको ही देना,
रहू चरण कमल मै तेरे ऐसी किरपा करो राम मेरे,
हर जनम में रहू साथ तेरे मैंने अपने परायो को छोड़ा,

और नाता तेरे संग जोड़ा, मेरी विनती सुनो नाथ मेरे
हर जनम में रहू साथ तेरे ऐसी किरपा करो राम मेरे,
हर जनम में रहू साथ तेरे मेरी नैया भंवर में फंसी है
जिसका कोई भी खिवैया नहीं है मेरे बनो माझी राम मेरे
हर जनम में रहू साथ तेरे ऐसी किरपा करो राम मेरे,
 

aisi kirpa karo ram mere by sayeed akhtar 

मन की एक ही पुकार है, हे राम, हर जन्म में तेरा साथ मिले। चाहे कोई भी रूप दे, बस सेवा का अवसर मुझे ही मिले। तेरे चरणों की छाँव में रहूँ, यही एकमात्र अरज है, जैसे कमल जल में रहकर भी निर्मल रहता है।

सब अपने-पराए छोड़, तुझसे ही नाता जोड़ा। मेरी यह विनती सुन ले, नाथ, हर जन्म में तेरा सहारा बने। मेरी नैया भँवर में डोल रही, कोई खिवैया नहीं दिखता। तू ही मेरा माझी बन, राम, और हर जन्म में मुझे अपनी शरण दे, जैसे सूरज हर सुबह उजाला बिखेरता है।
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post