
भोले तेरी भक्ति का अपना ही
Chadariya Jheeni Re (Original) | Kabir | Aabhas Shreyas | Indie Routes | One Take Video
जीवन की शुरुआत में हम रोते हैं, दुनिया हँसती है। कबीर कहते हैं, ऐसा कर्म करो कि अंत में तुम हँसो, और दुनिया की माया पीछे रह जाए। यह देह एक झीनी चदरिया है, राम नाम के रस में डूबी, अनमोल।
आठ कमल का चरखा, पाँच तत्व की पूनी, नौ-दस मास में बनी यह चदरिया। मूरख मन इसे मैला करता है, भूल जाता है कि यह मालिक की दी हुई निशानी है। जब यह चदरिया रंगरेज के हाथ लगी, उसने ऐसा रंग चढ़ाया कि लालो-लाल हो गई—प्रेम और सत्य का रंग।
इस चदरिया को शंका मत कर, दो दिन की मेहमान है। मूरख भेद न जानकर इसे मैला करते हैं। ध्रुव, प्रह्लाद, सुदामा ने इसे शुद्ध रखा, शुकदेव ने निर्मल किया। कबीर कहते हैं, मैंने इसे ज्यों की त्यों संभाली, राम नाम के रस में डुबोकर। यह चदरिया झीनी है, इसे प्रेम से ओढ़ो, ताकि अंत में मन हँसे, और माया रोए।
Lyrics : Sant Kabir Das
Singer/Composer : Aabhas Shreyas
U Bass : Paapu