राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे भजन

राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे

 राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे

राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे

राधे गोविन्द बोलो …..

राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे

गोविन्द राधे गोपाल राधे
गोविन्द राधे गोपाल राधे

राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे

राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे

राधे गोविन्द बोलो …..

राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे

राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे

गोविन्द राधे गोपाल राधे
गोविन्द राधे गोपाल राधे

राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे

राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे

राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे
राधे राधे गोविन्द गोविन्द राधे 


Radhe Radhe Govind - Parikrama Rageeli Mahal, Barsana: Radhe Radhe Govind - Special Sankirtan with Shri Maharaj Ji usually sang during Parikrama.
 
राधा और गोविंद का नाम एक मधुर संगीत सा है, जो हृदय को प्रेम और भक्ति के रस में डुबो देता है। यह जाप केवल शब्द नहीं, बल्कि आत्मा का प्रभु के साथ मिलन है। राधा का नाम प्रेम की साकार मूर्ति है, और गोविंद का नाम उस चेतना का आलोक, जो सृष्टि को संनादति है। जैसे वृंदावन की गलियों में राधा और कृष्ण का प्रेम नृत्य करता है, वैसे ही यह नाम जपने वाला मन प्रभु के चरणों में झूम उठता है।

जैसे कोई यमुना के तट पर बांसुरी की तान सुनकर खो जाए, वैसे ही राधे-गोविंद का उच्चारण मन को संसार के बंधनों से मुक्त करता है। गोपाल का नाम वह माखन है, जो भक्त के हृदय को कोमल और मधुर बनाता है। एक छोटा बालक जब माँ का नाम बार-बार पुकारता है, तो उसकी पुकार में विश्वास और प्रेम होता है; ठीक वही भाव इस जाप में बसता है।

संत इसे प्रभु के साथ एकाकार होने का मार्ग कहते हैं। चिंतक इसे मन की शुद्धि और आत्म-चेतना का जागरण मानते हैं। धर्म का ज्ञान यही सिखाता है—राधा और गोविंद का नाम वह मंत्र है, जो जीवन को प्रेम की लीला में बदल देता है। यह जाप करना केवल मुंह से बोलना नहीं, बल्कि हर सांस को प्रभु के रंग में रंग देना है। 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post