मैने जब से मनाई शेरावाली मेरे घर में है हर दिन दिवाली
(मुखड़ा)
मैंने जब से मनाई शेरावाली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।।
(अंतरा)
मेरी मैया की शान निराली है,
अपने भक्तों की करे रखवाली है,
माँ ने मुझ पर नज़र जो डाली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।।
दानव को रण में मार दिया,
संतों को भव से पार किया,
बड़ी प्यारी है शेरावाली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।।
मैंने शरण जो माँ की पाई है,
मेरी चिंता माँ ने मिटाई है,
नाचूँ, गाऊँ, बजाऊँ मैं ताली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।।
सुरेंद्र सिंह का ये तराना है,
मेरा दिल तो माँ का दीवाना है,
मैंने सेवा जो माँ की ठानी,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।।
(पुनरावृत्ति)
मैंने जब से मनाई शेरावाली,
मेरे घर में है हर दिन दिवाली।।
Mere Gar Me Hi Dewali मेरे घर में है देवाली Surendear Singh Nithora
Title :- Mere Gar Me Hi Dewali
Singer :- Surendear Singh Nithora
Music :- Kumar Himanshu
Label :-Kanika Bhakti