आंगणो भर ज्यासी आंगणो भर ज्यासी, बेटा पोता माल खजाना बाबा किरपा कर ज्यासी, आंगणो भर ज्यासी... श्याम महारो कदे न नठनो जाने, भगत की प्रीत में वसनो जाने, सच्चे मन से देख भुला के बाबा तेरे घर आ सी, आंगणो भर ज्यासी..... जो ग्यारस की घर ज्योत जगावे, बाबा जी से सुख सम्पति फल पावे, खुशियों से थारी झोली भी बाबा पल में भर ज्यासी , आंगणो भर ज्यासी....... भगत जद मुश्किल में घिर जावे, सांवरो दोड्यो दोड्यो आवे, संकट और मुसीबत थारे दूर दूर न नजर आ सी, आंगणो भर ज्यासी....... जो बाबा जी को नाम सुमर नित ध्यावे, ओ बाबा जी के हिवड़े में वस् जावे, राधे की तकदीर भी दर पर देखो आज सुधर ज्यासी, आंगणो भर ज्यासी