बांके बिहारी को दिल में बसाना है

बांके बिहारी को दिल में बसाना है

 जिसका हूं मैं, उसे अपना बनाना है,
बांके बिहारी को, दिल में बसाना है।।

सांसों की लड़ी, न जाने कब टूट जाए,
राहों में कोई साथी, कहां छूट जाए।।
किसका भरोसा यहां, झूठा जमाना है,
बांके बिहारी को, दिल में बसाना है।।

यूं ही नहीं हूं मैं, उसका दीवाना,
कोई तो रिश्ता है, जन्मों पुराना।।
मैंने तो अब जाके, राज ये जाना है,
बांके बिहारी को, दिल में बसाना है।।

जाके सतीश-मित्र, प्रभु की शरण में,
फिर न बढ़ूंगा, कभी जन्म-मरण में।।
उसकी लगन में, मगन सब गाना है,
बांके बिहारी को, दिल में बसाना है।।

जिसका हूं मैं, उसे अपना बनाना है,
बांके बिहारी को, दिल में बसाना है।।


बांके बिहारी को दिल में बसाना है | Vikas Sardana | Krishan Bhajan | Shyam Bhajan 2021
Next Post Previous Post