जागो जागो देवासी रा जाया पढवा रा

जागो जागो देवासी रा जाया पढवा रा अवसर आया

जागो जागो देवासी रा जाया पढवा रा अवसर आया,
पढवा रा अवसर आया पढवा रा दिनड़ा आया,

थे बहन बेटी ने मेलो ओ पावडियो है पहलो ,
बेटी पढवा ने जब जावे दुनिया मे नाम कमावे,
जागो जागो देवासी रा ...

बेटी डॉक्टर बण ने आवे दुनिया रा दुखड़ा मिटावे,
चाहे वकील बणे या मास्टर दुनिया ने मार्ग बतावे
जागो जागो देवासी रा ....

नही रयो रे पहला रो जमानो ओ थोरे सु नही छानो ,
अणः पढ़ ने कुण बतलावे वे दर दर गोता खावे ,
जागो जागो देवासी रा ....

थे बात मानलो म्हारी पढ़वा री करो तैयारी,
थे बल विवाह ने रोको नही तो खावोला धोको,
जागो जागो देवासी रा ...

ओ नेनु देवासी गावे थाने साँची बात बतावे ,
कोई घर घर माही जावे पढवा री अलख जगावे,
जागो जागो देवासी रा ...



“जागो जागो देवासी रा जाया, पढवा रा अवसर आया” का बार-बार दोहराव समाज को पुरानी रूढ़ियों से जागने और बेटियों की शिक्षा के अवसर को अपनाने की प्रेरणा देता है। यह उद्गार मन को उस अनुभूति से जोड़ता है, जैसे कोई साधक अंधेरे से उजाले की ओर बढ़ने का आह्वान करता है। बेटियों को पढ़ाने और दुनिया में नाम कमाने की बात समाज में उनके योगदान और सशक्तिकरण को रेखांकित करती है।
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं एक विशेषज्ञ के रूप में रोचक जानकारियों और टिप्स साझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

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