कभी ना कभी कही ना कही लिरिक्स
कभी ना कभी कही ना कही
कभी ना कभी कही ना कही,
मेरा श्याम सलोना आएगा
अपना मुझे बनाएगा ,
जीवन ज्योत जगायेगा
कभी ना कभी कही ना कही,
मेरा श्याम सलोना आएगा.
आश लगाए कब से बैठे ,
श्याम तुम्हारे चरणों में ,
नित तेरा गुणगान करे हम
गली गली और घर घर में ,
नैन दरश के प्यासे हैं,
कब तू दरश दिखायेगा ,
कभी ना कभी कही ना कही,
मेरा श्याम सलोना आएगा.
कब तक तेरा गुण गावे हम,
तेरा इतना तो बतलाओ तुम,
गीता में जो वादा किया,
उसको आन निभाओ तुम,
चरणों की धूलि पाने से ,
मेरा जीवन सफल हो जायेगा
कभी ना कभी कही ना कही,
मेरा श्याम सलोना आएगा.
श्याम बिहारी सुनलो हमारी,
हाथ जोड़कर के बिनती,
जो जो पाप किये हे हमने,
उनकी मत करना गिनती,
रे मन मूरख दर दर की,
कब तक तू ठोकर खायेगा,
कभी ना कभी कही ना कही,
मेरा श्याम सलोना आएगा.
यह भजन भी बहुत सुंदर है। यह भजन एक भक्त की श्याम के प्रति अपनी आशा और विश्वास को दर्शाता है। भक्त का मानना है कि श्याम एक दिन उसके पास आएंगे और उसे अपना बना लेंगे।