माना मुश्किल बहुत बड़ी पर डरने की क्या बात
माना मुश्किल बहुत बड़ी पर डरने की क्या बात है भजन
माना मुश्किल बहुत बड़ी पर डरने की क्या बात है,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है,
माना रात अँधेरी है लेकिन ये भी कट जाएगी,
नाम सुमिर ले श्याम प्रभु का ये आंधी गम की थम जाएगी,
कैसी चिंता अपने सर पे श्याम धनि का हाथ है ,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है ,
दुश्मन चाहे हाथ लगाये आखिर में पछतायेगा,
श्याम भक्त का सत्रु जग में दर दर ठोकर खायेगा,
श्याम कृपा से हर दिन होली दिवाली हर रात है,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है,
चिंता सारी इस्पे छोड़ो येही पर लगाये लगा,
हारे का साथी ये सूरज सारे कष्ट मिटाएगा,
नियम पुराण हर सुबह के पहले काली रात है,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है,
माना रात अँधेरी है लेकिन ये भी कट जाएगी,
नाम सुमिर ले श्याम प्रभु का ये आंधी गम की थम जाएगी,
कैसी चिंता अपने सर पे श्याम धनि का हाथ है ,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है ,
दुश्मन चाहे हाथ लगाये आखिर में पछतायेगा,
श्याम भक्त का सत्रु जग में दर दर ठोकर खायेगा,
श्याम कृपा से हर दिन होली दिवाली हर रात है,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है,
चिंता सारी इस्पे छोड़ो येही पर लगाये लगा,
हारे का साथी ये सूरज सारे कष्ट मिटाएगा,
नियम पुराण हर सुबह के पहले काली रात है,
लेके हाथ में मोर छड़ी जब बाबा अपने साथ है,
खाटू श्याम भजन / माना मुश्किल बहुत बड़ी पर डरने की क्या बात है
Always superhit Bhajan Leke Hath me mor chhadi jab baba apne sath hai by Pujya Shree Ashok Krishna Ji with Bablu bhai musical group Delhi
मुश्किलें कितनी भी बड़ी हों, जब मन में श्रीकृष्णजी का भरोसा हो, तो डर का कोई ठिकाना नहीं रहता। उनके साथ होने की ताकत हर डर को मिटा देती है, जैसे कोई रास्ता दिखाने वाला सूरज अंधेरे को चीर दे। अंधेरी रातें भी उनके नाम की याद से उजाले में बदल जाती हैं। श्रीकृष्णजी का नाम जपने से मन का हर गम हल्का हो जाता है, जैसे आंधी थमकर शांति दे दे। उनके भक्त को कोई चिंता छू नहीं सकती, क्योंकि उनका हाथ हर कदम पर साथ होता है। दुश्मन चाहे लाख कोशिश कर ले, लेकिन श्रीकृष्णजी की कृपा से भक्त का हर संकट टल जाता है। जो उनके खिलाफ जाता है, वो खुद ही अपने रास्ते में ठोकर खाता है। भक्त के लिए तो हर दिन उत्सव है, जैसे होली और दीवाली का रंग हर पल बिखरा हो। सारी चिंताएं उनके चरणों में सौंप दो, वो हर मुश्किल को आसान कर देते हैं। जैसे सूरज उगने से पहले रात सबसे गहरी होती है, वैसे ही श्रीकृष्णजी की भक्ति हर कष्ट को मिटाकर नया उजाला लाती है।
