चालो अगमके देस कास देखत डरै लिरिक्स Chalo Agam Ke Des Lyrics

चालो अगमके देस कास देखत डरै लिरिक्स Chalo Agam Ke Des Lyrics मीरा बाई पदावली Padawali Meera Bai Meera Bhajan Hindi Lyrics

चालो अगमके देस कास देखत डरै
चालो अगमके देस कास देखत डरै।
वहां भरा प्रेम का हौज हंस केल्यां करै॥
ओढ़ण लज्जा चीर धीरज कों घांघरो।
छिमता कांकण हाथ सुमत को मूंदरो॥
दिल दुलड़ी दरियाव सांचको दोवड़ो।
उबटण गुरुको ग्यान ध्यान को धोवणो॥
कान अखोटा ग्यान जुगतको झोंटणो।
बेसर हरिको नाम चूड़ो चित ऊजणो॥
पूंची है बिसवास काजल है धरमकी।
दातां इम्रत रेख दयाको बोलणो॥
जौहर सील संतोष निरतको घूंघरो।
बिंदली गज और हार तिलक हरि-प्रेम रो॥
सज सोला सिणगार पहरि सोने राखड़ीं।
सांवलियांसूं प्रीति औरासूं आखड़ी॥
पतिबरता की सेज प्रभुजी पधारिया।
गावै मीराबाई दासि कर राखिया॥

(केल्यां=खेल, बेसर,चूड़ो,बिंदली,गज,हार=
आभूषणों के नाम)
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