श्याम धनी घर आना जी लिरिक्स Shyam Dhani Ghar Aana Ji Lyrics
श्याम धनी घर आना जी आके दर्श दिखाना जी,
बिगड़े सारे काज बनाके सोया बाग़ जगाना जी,
श्याम धनी घर आना जी आके दर्श दिखाना जी,
तीन बाण के धारी हो तुम जग के पालनहारी हो,
शीश का दान दिया महादानी जय जय कार तुम्हारी हो,
हारे के साथी अगर हो तो आके रिश्ता निभाना जी,
श्याम धनी घर आना जी आके दर्श दिखाना जी,
श्याम तुम्हारे स्वागत में घर फूलो से सजवाया है,
बंधन दरबार लगाया है इतर से घर महकाया है,
सवा मणि परशाद चढ़ाया आके भोग लगाना जी,
श्याम धनी घर आना जी आके दर्श दिखाना जी,
नीले चढ़ के खाटू वाले जब तुम सन्मुख आओ गये,
सेवक को चरणों में अपने सेवा करते पाओ गये ,
शमा राशिक कुंदन के सिर पे अपना हाथ फिरना जी,
श्याम धनी घर आना जी आके दर्श दिखाना जी,
भजन कीर्तन के लिए एक भजन या मंत्र चुनना आवश्यक है। आप किसी भी धर्म या पंथ के भजन या मंत्र का उपयोग कर सकते हैं। यदि आप अकेले गा रहे हैं, तो आप एक धुन का उपयोग कर सकते हैं। यदि आप दूसरों के साथ मिलकर गा रहे हैं, तो आप एक साथ गा सकते हैं या एक-एक करके गा सकते हैं।
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