सुनले श्याम विनती गरीबो की लिरिक्स Sun Le Shyam Vinati Lyrics
सुनले श्याम विनती गरीबो की,
अर्जी सुनो,सब भक्तों की,
सुनले श्याम ......
बालक पलेगे तेरी वजह से,रस्ते चलेंगे तेरी राह पे ॥
काटो भरी डगर बनाना फूलो की,
सुनले श्याम......
शिघासन बैठा मुस्कुरता है,मेरी और तू क्यूँ ना देखता है ॥
कुछ तो बोल श्याम कहदे अपने मन की,
सुनले श्याम......
तुने संभाली तक़्दीर हाथों मे,अहसान भूल जाऊ पल भर मे ॥
तू सब जाने घट घट की,
सुनले श्याम .......
पुकार सुनकर तुम रो पड़ोगे वादा है मेरा सिंहासन छोड़ दोगे ,
"गोयल" साथ देने को ना है कोई साथी,
सुनले श्याम......
यह भजन खाटू श्याम जी की विनती में लिखा गया है। भक्त श्याम जी से प्रार्थना करते हैं कि वे गरीबों की विनती सुनें और उनकी अर्जी स्वीकार करें। वे श्याम जी से कहते हैं कि वे बालकों के पालन-पोषण और भक्तों के मार्गदर्शन के लिए जिम्मेदार हैं। इसलिए, उन्हें ज़रूरी है कि वे गरीबों की मदद करें और उनके जीवन को आसान बनाएं। भक्त श्याम जी से शिकायत करते हैं कि वे सिंहासन पर बैठे हुए मुस्कुराते हैं, लेकिन उनकी विनती नहीं सुनते हैं। वे श्याम जी से कहते हैं कि उन्हें अपने मन की बात कहनी चाहिए।