आयो साँवरियो सरकार लीले पे चढ़के

आयो साँवरियो सरकार लीले पे चढ़ के

आयो साँवरियो सरकार लीले पे चढ़ के,
लीले पे चढ़ के यो घोड़े पे चढ़ के,
आयो साँवरियो सरकार लीले पे चढ़ के,

मुछा की मरोड़ कैसे रॉब है निराला,
धुनगर वाला बाल मेरो सांवरो रखलो तो,
तो लीले की टाप टप टप खड़के,
आयो साँवरियो सरकार लीले पे चढ़ के...

केसरिया है भागो जापे फेटो पचरंगो,
मोर पंख जय पूरी रुमाल है सुरांगो,
तो मुल्क निहारु तने जीब भर के,
आयो साँवरियो सरकार लीले पे चढ़ के

बांकी सी लटक पर बाबलो दीवानो,
मन में मगन मेरो जीब मस्तानो तो,
नहीं कोई दुसरो तो तेरे से भड़के,
आयो साँवरियो सरकार लीले पे चढ़ के

वीर हनुमान के निशान इक हाथ में,
पवन कुमार सोहे सँवारे के साथ में तो,
तो देख के सवारी अंग अंग फड़के,
आयो साँवरियो सरकार लीले पे चढ़ के

श्याम बहादुर शिव आरती उतारे,
अर्ज गुजारे बाबा तन मन वारे तो,
ागियो दयालु दाता दया कर के,
आयो साँवरियो सरकार लीले पे चढ़ के

आयो साँवरियो सरकार लीले पे चढ़ के | Sawariyo Sarkar | Abhishek Khirwal

सुंदर भजन में श्रीकृष्णजी की उस सजीली सवारी का बखान है, जो भक्तों के दिलों में उमंग और भक्ति की लहरें जगा देती है। नीले घोड़े पर सवार होकर, अपने साँवरे सरकार का आना मानो साक्षात उत्सव हो। उनकी मूँछों की मरोड़, केसरिया पाग, और मोरपंख से सजा रूमाल—हर अदा में एक अनोखा रॉब है, जो भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देता है। यह सवारी ऐसी है, जो नजरों को बाँध लेती है और मन को उनके रंग में रंग देती है।

भक्त का मन उनके दर्शन में डूब जाता है, जैसे कोई विद्यार्थी अपने प्रिय गुरु की एक झलक पाकर मस्त हो उठता है। श्रीकृष्णजी की बाँकी लटक और उनकी मस्तानी अदा में वह खो जाता है, मानो दुनिया में कोई और उनके बराबर हो ही न। उनके साथ वीर हनुमान का निशान और पवन कुमार की मौजूदगी इस सवारी को और भव्य बनाती है, जिसे देखकर भक्त का तन-मन थिरक उठता है। सांवरिया (खाटू श्याम जी या श्रीकृष्ण) का लीले (नीले) रंग का घोड़ा उनके वीर, राजसी और दिव्य स्वरूप का प्रतीक है। घोड़ा भारतीय संस्कृति में शक्ति, तेज, साहस और विजय का प्रतीक माना जाता है। जब भक्त गाते हैं कि "साँवरियो लीले पे चढ़ के, यो घोड़े पे चढ़ के," तो इसका भाव है कि श्याम जी अपने भक्तों की सहायता के लिए, संकट हरने के लिए, पूरी शान और शक्ति के साथ आते हैं।

Singer: Abhishek Khirwal (Tatanagar) (7050455474, 8709749292)
Writer: Shyamlin Shivcharan Ji Bhimrajka
Music: Mayur Sanghi
Video: Sumit Sanwariya 9982740138
Category: Hindi Devotional (Shyam Bhajan)

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