कीजिये बजरंगबली भक्तों पे कृपा कीजिये
कीजिये बजरंगबली भक्तों पे कृपा कीजिये लिरिक्स
तोड़ देते हैं, दुःख दर्द के सभी बंधन,वीर बजरंगी पवन सुत केसरी नंदन,
नित सुमिरण कीजिये, श्री वीरवर हनुमान का,
हनुमान मिटा देते हैं, अँधेरा दूर सब अज्ञान का,
कीजिये बजरंगबली भक्तों पे कृपा कीजिये,
दीनहीन व्यथित को हनुमत शरण में ले लीजिये,
कीजिये बजरंगबली भक्तों पे कृपा कीजिये।
भय सताये ना कभी भी,
काल अति विकराल का,
फंद काटो हे बलि,
मोह के जंजाल का,
भक्ति अमृत से हृदय की,
भक्ति अमृत से हृदय की,
गगरियाँ भर दीजिए,
कीजिये बजरंगबली,
भक्तों पे कृपा कीजिये।
शरणागत के हैं पवन सुत,
आपने संकट हरे,
नाम जपले आप का,
जो पाप जन्मो के टरे,
राम जी के काज साधे,
राम जी के काज साधे,
तनिक मुझ पर रिझिये,
कीजिये बजरंगबली,
भक्तों पे कृपा कीजिये।
भटकते संसार में हम,
बोझ कष्टों का लिए,
झुकता है सिर शर्म से,
कुछ कर्म ही ऐसे किए,
आप पारस लक्खा लोहा,
मुझको बस छू दीजिये,
कीजिये बजरंगबली,
भक्तों पे कृपा कीजिये।
कीजिये बजरंगबली
भक्तों पे कृपा कीजिये,
दीनहीन व्यथित को
हनुमत शरण में ले लीजिये,
कीजिये बजरंगबली,
भक्तों पे कृपा कीजिये।
नित सुमिरण कीजिये, श्री वीरवर हनुमान का,
हनुमान मिटा देते हैं, अँधेरा दूर सब अज्ञान का,
कीजिये बजरंगबली भक्तों पे कृपा कीजिये,
दीनहीन व्यथित को हनुमत शरण में ले लीजिये,
कीजिये बजरंगबली भक्तों पे कृपा कीजिये।
भय सताये ना कभी भी,
काल अति विकराल का,
फंद काटो हे बलि,
मोह के जंजाल का,
भक्ति अमृत से हृदय की,
भक्ति अमृत से हृदय की,
गगरियाँ भर दीजिए,
कीजिये बजरंगबली,
भक्तों पे कृपा कीजिये।
शरणागत के हैं पवन सुत,
आपने संकट हरे,
नाम जपले आप का,
जो पाप जन्मो के टरे,
राम जी के काज साधे,
राम जी के काज साधे,
तनिक मुझ पर रिझिये,
कीजिये बजरंगबली,
भक्तों पे कृपा कीजिये।
भटकते संसार में हम,
बोझ कष्टों का लिए,
झुकता है सिर शर्म से,
कुछ कर्म ही ऐसे किए,
आप पारस लक्खा लोहा,
मुझको बस छू दीजिये,
कीजिये बजरंगबली,
भक्तों पे कृपा कीजिये।
कीजिये बजरंगबली
भक्तों पे कृपा कीजिये,
दीनहीन व्यथित को
हनुमत शरण में ले लीजिये,
कीजिये बजरंगबली,
भक्तों पे कृपा कीजिये।