लागी छूटे ना अब तो सनम चाहे जाये जिया तेरी कसम लागी छूटे न अब तो सनम लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जायेगा तुम्हे अपना बना बैठे जो होगा देखा जायेगा लागी छूटे ना अब तो सनम चाहे जाये जिया तेरी कसम हम तुम्हे प्यार करते हैं मगर दुनिया से डरते हैं तुम्हे दिल में बसा बैठे जो होगा देखा जाएगा लागी छूटे ना अब तो सनम चाहे जाये जिया तेरी कसम हरी बोल, हरी बोल दीवाने हैं दीवानों को घर चाहिए मोहबब्बत भरी एक नज़र चाहिए ना सोना चाहता हूँ ना चांदी चाहता हूँ ना पद चाहता हूँ ना सम्मान चाहता हूँ ना हीरे मोती चाहिए दीवाने हैं दीवानों को घर चाहिए मोहबब्बत भरी एक नज़र चाहिए ये माना तुम्हारे चाहने वाले बहुत हैं तेरी सूरत के दीवाने जमाने में बहुत हैं हमें भी है मालूम तुझे चाहने वाले बहुत हैं पर हम भी मजबूर हैं अपने दिल के रोग से जिनको तारा हैं उन्ही में से हम भी एक हैं दीवाने हैं दीवानों को घर चाहिए मोहब्बत भरी एक नज़र चाहिए उसके चेहरे पे गजब का नूर था मिलना चाहता थामें उससे मगर वो गुस्से से चूर था दीवाने हैं दीवानों को घर चाहिए मोहबब्बत भरी एक नज़र चाहिए।
Kanha Bhajan | लागी छूटे ना | Laagi Chhute Na | Devkinandan Thakur Ji