इस भगत की भक्ति राधे सौ (100 %) परसेंट (Percent) स भजन
हे राधे राधे शाम मिला दे, पीर मिटा दो मेरी,
नन्द का लाला श्याम ग्वाला, सुनता होगा तेरी,
बारा बरसी ख़तण गया सी, खट के ल्यांदी थाळी,
श्याम के रंग में हुई बावरी, ये बरसाने वाली,
राधा श्याम का युगों युगों से, अग्रीमेंट (Agreement )स,
इस सेवक की,
इस सेवक की,
इस भगत की भक्ति राधे सौ (100 %) परसेंट (Percent) स,
नन्द नगरी और वृन्दावन में, श्याम ही श्याम पुकारू सूं,
राधा श्याम के बिना अधूरी, रस्ता खूब निहारूं सूं,
यो श्याम भगत भी भक्ति का होया, इब होया रीसेंट (Recent ) स,
इस सेवक की,
इस सेवक की,
इस भगत की भक्ति राधे सौ (100 %) परसेंट स,
श्याम बिना राधे और, बिन राधे के श्याम ना रह पावे,
एक एक पल कई बरस ज़माना, चैन मोहे ना आये,
मन्ने कान्हा से मिलवा दे, एक काम अर्जेंट (Urgent) स,
इस सेवक की,
इस सेवक की,
इस भगत की भक्ति राधे सौ (100 %) परसेंट (Percent ) स,
दुनियाँ पागल कहण लगी मन्ने, कोय भी ना मिली निसानी,
छलिया छल ग्या, भटक रही है, जग में राधा रानी,
छलिया छल ग्या, भटक रही है, जग में राधा रानी,
"अशोक भगत" (लेखक) "सतपाल" (गायक-सतपाल रोहाटिया ) की जोड़ी, परमानेंट (Permanent) स,
इस सेवक की,
इस सेवक की,
इस भगत की भक्ति राधे सौ (100 %) परसेंट (Percent ) स,
इस भगत की भक्ति राधे सौ (100 %) परसेंट (Percent) स,
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