कीर्तन तो है एक बहाणो, थासुं मिलने ताईं, टाबरिया दरबार सजायो, थारा दर्शन ताईं, थारी ज्योत जलाई आज, दादी जी थारा लाड करा, आओ कीर्तन माही आज, दादी जी थारा लाड करा।।
भगता री कुटिया में दादी, एक बार आकर देखो, बालकिया रे नैना में, थारी भक्ति रो रंग देखो, आओ सिंह सवारी आज, दादी जी थारा लाड करा, आओ कीर्तन माही आज, दादी जी थारा लाड करा।।
मिलकर भजना में, दादी जी, थारी महिमा गावा, थारे लाड-प्यार री बाता, सबने मैं बतलावा, आके दर्शन दो साकार, दादी जी थारा लाड करा, आओ कीर्तन माही आज, दादी जी थारा लाड करा।।