तजौ मन हरि बिमुखनि कौ संग Tajo Man Hari bimukhani kau sang सूरदास भजन लिरिक्स हिंदी Lyrics Hindi
“ तजौ मन, हरि बिमुखनि कौ संग |
जिनकै संग कुमति उपजति है, परत भजन में भंग | ”
“ तजौ मन, हरि बिमुखनि कौ संग |
जिनकै संग कुमति उपजति है, परत भजन में भंग | ”
- सूरदास
जिनकै संग कुमति उपजति है, परत भजन में भंग | ”
“ तजौ मन, हरि बिमुखनि कौ संग |
जिनकै संग कुमति उपजति है, परत भजन में भंग | ”
- सूरदास
आप किन से मिलते हैं ? आप उन लोगों से दूर रहे, मिले नहीं जो प्रभु भक्ति में लीं नहीं हैं, उनसे मिलने पर बुद्धि खराब होती है और भजन भाव में विघ्न उत्पन्न होता है। उनके पास सिर्फ तर्क है , खोखले तर्क और मेरे पास गोविन्द गोपाला , श्री राधे राधे बोल हरी बोल।
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
- तेरे नाम का सुमिरण करके लिरिक्स Tere Nam Ka Sumiran Karke Lyrics
- तुझे सूरज कहू या चंदा तुझे दीप कहू या तारा लिरिक्स Tujhe Suraj Kahu Ya Chanda Lyrics
- मन मैला और तन को धोए लिरिक्स Man Maila Aur Tan Ko Dhoye Lyrics Hari Om Sharan Bhajan Lyrics
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |