शिव है शक्ति शिव है भक्ति शिव है मुक्ति धाम
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय
शिव है शक्ति, शिव है भक्ति, शिव है मुक्ति धाम
शिव है ब्रह्मा, शिव है विष्णु, शिव है मेरा राम
ऐसी सुबह ना आए, आए ना ऐसी श्याम
जिस दिन जुबा पे मेरी आए ना शिव का नाम
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
मन मंदिर में वास है तेरा, तेरी छवि बसाई
प्यासी आत्मा बनके जोगन, तेरी शरण में आई
तेरी ही शरण में पाया, मैंने यह विश्राम
ऐसी सुबह ना आए...
तेरी खोज में ना जेने, कितने युग मेरे बीते
अंत में काम क्रोध मद हारे, हे भोले तुम जीते
मुक्त किया तूने प्रभु मुझको, शत शत है प्रणाम
ऐसी सुबह ना आए...
सर्व कला संम्पन तुम्ही हो. हे मेरे परमेश्वर
दर्शन देकर धन्य करो अब, हे त्रिनेत्र महेश्वर
भाव सागर से तर जाउंगी, लेकर तेरा नाम
भजन भगवान शिव की महिमा, भक्ति और उनके प्रति अटूट श्रद्धा को व्यक्त करता है। इसमें बताया गया है कि शिव केवल शक्ति, भक्ति और मुक्ति के प्रतीक ही नहीं, बल्कि सृष्टि के सभी रूपों में विद्यमान हैं। वे ब्रह्मा, विष्णु और राम के रूप में हमारे जीवन के हर पहलू में सम्मिलित हैं। इस गीत में शिव नाम के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा गया है कि ऐसा कोई दिन न हो जब हमारी जुबान पर भोलेनाथ का नाम न हो।
Shiv bhajan ~ शिव से शक्ति , शिव से भक्ति , शिव से ही मुक्ति का द्वार - Devendra pathak
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Author - Saroj Jangir
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