बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया कृष्णा भजन
बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया
बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयाँ
का करे यशोदा मैया हो
बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयाँ
का करे यशोदा मैया हो
ढूंढें री अखियाँ उसे चारों ओर
जाने कहाँ छुप गया नंदकिशोर
ढूंढें री अखियाँ उसे चारों ओर
उड़ गया ऐसे जैसे पुरवैया
का करे यशोदा मैया हो
बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयाँ
आ तोहे मैं गले से लगा लूं
लागे ना किसी की नज़र
मन में छूपा लूं आ तोहे मैं
धूप जगत है रे
ममता है छैय्या
का करे यशोदा मैया हो
बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयाँ
मेरे जीवन का तू एक ही सपना
जो कोई देखे तोहे
समझा वो अपना
मेरे जीवन का तू एक ही सपना
सब का है प्यार बंसी बजैया
का करे यशोदा मैया हो
बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयाँ
का करे यशोदा मैया हो
बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयाँ
का करे यशोदा मैया हो
ढूंढें री अखियाँ उसे चारों ओर
जाने कहाँ छुप गया नंदकिशोर
ढूंढें री अखियाँ उसे चारों ओर
उड़ गया ऐसे जैसे पुरवैया
का करे यशोदा मैया हो
बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयाँ
आ तोहे मैं गले से लगा लूं
लागे ना किसी की नज़र
मन में छूपा लूं आ तोहे मैं
धूप जगत है रे
ममता है छैय्या
का करे यशोदा मैया हो
बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयाँ
मेरे जीवन का तू एक ही सपना
जो कोई देखे तोहे
समझा वो अपना
मेरे जीवन का तू एक ही सपना
सब का है प्यार बंसी बजैया
का करे यशोदा मैया हो
बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैयाँ
Bada Natkhat Hai Re Krishna Kanhya
आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |
