श्री गणेश जी को करें प्रसन्न गणेश चतुर्थी

श्री गणेश जी को करें प्रसन्न गणेश चतुर्थी

श्री गणेश जी की पूजा से पहले संकल्प लेना चाहिए और संकल्प के लिए हाथ में फूल, जल, और चावल से लें। श्री गणेश जी को लाल चौकी पर बिठाना चाहिए। ताम्बे के पात्र में जल अर्पित करने के लिए रोली, कुकू, अक्षत, और पुष्प अर्पित करें। श्री गणेश जी को प्रशन्न करने के लिए उन्हें मोदक का भोग लगाया जाता है। गणेश पूजा के दौरान द्रुवा घास का उपयोग किया जाना चाहिए। दूर्वा घास को कभी भी गणेश जी के चरणों में अर्पित नहीं करना चाहिए। लाल सिन्दूर भी श्री गणेश को प्रिय है। बुधवार को श्री गणेश जी की पूजा से विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। शुद्ध आसन में बैठकर सभी पूजन सामग्री को एकत्रित कर पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि गणेश भगवान को समर्पित कर, इनकी आरती की जाती है।
 

श्री गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए उपाय

श्री गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए सबसे पहले उनकी पूजा विधि-विधान से करनी चाहिए। पूजा के लिए आवश्यक सामग्री में अगरबत्ती, धूप, आरती थाली, सुपारी, पान के पत्ते, मूर्ति पर डालने के लिए कपड़ा, चंदन के लिए अलग से कपड़ा, चंदन, लाल फूल, दूर्वा, मोदक, नारियल, लाल चंदन, धूप और अगरबत्‍ती आदि शामिल हैं।
पूजा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करके शुद्ध हो जाएं।
पूजा करते समय श्री गणेश जी के मंत्र का जाप करें। श्री गणेश जी के प्रमुख मंत्र हैं:
"ॐ गं गणपतये नमः"
"ॐ एकदंताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो बुद्धि प्रचोदयात"
श्री गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं। मोदक श्री गणेश जी को सबसे प्रिय है।
श्री गणेश जी को दूर्वा घास अर्पित करें। दूर्वा घास श्री गणेश जी को बहुत प्रिय है।
श्री गणेश जी की आरती करें। आरती करने से श्री गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है।

गणेश चतुर्थी पर श्री गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष उपाय
गणेश चतुर्थी के दिन श्री गणेश जी की मूर्ति की स्थापना करें। मूर्ति को लाल कपड़े पर बिठाएं।
मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं। पंचामृत में दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल मिलाकर बनाया जाता है।
मूर्ति को केसरिया चंदन अर्पित करें।
मूर्ति को मोदक का भोग लगाएं।
श्री गणेश जी की आरती करें।

गणेश जी को प्रसन्न करने के कुछ अन्य उपाय
श्री गणेश जी के मंदिर जाएं और उनकी पूजा करें।
श्री गणेश जी के मंत्र का जाप करें।
श्री गणेश जी को दूर्वा घास अर्पित करें।
श्री गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं।
गणेश जी की आरती करें।
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