Hum To Jalte Deep Hain Yeshu Ki Jyoti Ke
हमतो जलते दीप हैं येशु की ज्योती के
जब तक हम है इस जहाँ में जलते जाना है
अंधियारे डगर पे हो आंधिया कहीं
हर डगर पे ज्योती येशु की फैलाना है
हमतो जलते दीप हैं येशु की ज्योती के
जलना जिंदगी हमारी येशु के लिये
जिसनें दाग हर गुनाह के धो दिये
जिसने सूली पर जलाई ज्योति मेरे प्रेम की
वो ही ज्योति आज मेरे दिल मेजल रही
कोई भटकता हो डगर पे बेपनाह सा
आज सूली के तले उसे भुलाना है
हमतो जलते दीप हैं येशु की ज्योती के
जल रही थी जिंदगी यहाँ गुनाह में
येशु ने हमको ले लिया अपनी पनाह में.
दे रहा आवाज सबको आओ मेरे पास
पास रहूँगा हमेशा होते क्यों निराश
जिसने पाया है हमें देकर अपनी जान
उस मसीह की ज्योति हर कहीं फैलाना है
हमतो जलते दीप हैं येशु की ज्योती के
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