तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया भजन
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया भजन
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया,
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
तेरे मोटे-मोटे नैन,
श्यामा लुट लेंदे चैन।।
जींद कढ़ दी बलांदी, तेरी मुस्कान सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
चरणा च बैठ तेरा, करना मैं दीदार वे,
मन-मन होई जानदा, तेरे नाल प्यार वे।।
सारी दुनिया तो, वखरी है शान सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
चली नहीं जानदी, तेरे रूप दा निहाल वे,
लगदे प्यारे, तेरे कुंडला वाले बाल वे।।
ले आया रूप किथों, दस गोपाल सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
जिसदे उत्ते हो जाए, तेरी अखियां दा वास वे,
करदे बेड़ा पार, उसदा तू श्याम वे।।
गुटी छाड़ देवे, छ असमान सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
करां सिफत, तेरे काले-काले रंग दी,
पैंदी चमकात, नीले-काले रंग दी।।
करां चरणा नू, लख परनाम सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
प्यार तेरे नाल पाया, छड्ड ना जावी वे,
दुनिया दे कोलों, श्यामा तु टिचरा ना करावी वे।।
मैं भोली, तू तां उस्ताद सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
तेरे मोटे-मोटे नैन,
श्यामा लुट लेंदे चैन।।
जींद कढ़ दी बलांदी, तेरी मुस्कान सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
चरणा च बैठ तेरा, करना मैं दीदार वे,
मन-मन होई जानदा, तेरे नाल प्यार वे।।
सारी दुनिया तो, वखरी है शान सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
चली नहीं जानदी, तेरे रूप दा निहाल वे,
लगदे प्यारे, तेरे कुंडला वाले बाल वे।।
ले आया रूप किथों, दस गोपाल सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
जिसदे उत्ते हो जाए, तेरी अखियां दा वास वे,
करदे बेड़ा पार, उसदा तू श्याम वे।।
गुटी छाड़ देवे, छ असमान सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
करां सिफत, तेरे काले-काले रंग दी,
पैंदी चमकात, नीले-काले रंग दी।।
करां चरणा नू, लख परनाम सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
प्यार तेरे नाल पाया, छड्ड ना जावी वे,
दुनिया दे कोलों, श्यामा तु टिचरा ना करावी वे।।
मैं भोली, तू तां उस्ताद सोनिया।।
तेरी बांसुरी ने लुटिया जहान सोनिया।।
teri bansuri ne lutiya jhan soneya {By nirmala ji maharaj }