
भोले तेरी भक्ति का अपना ही
हर हर महादेव
नाथों के नाथ औघड़ नाथ की बरात चली
नंदी पर बैठे भोले नाथ की बरात चली
देवी देव देख हर्षावे
खुशियां मानावे तीनों लोको की हर गली
नंदी पर बैठे भोले नाथ की बरात चली
नाथों के नाथ औघड़ नाथ की बरात चली
नंदी पर बैठे भोले नाथ की बरात चली
सर्पो का सिरमौर सजाये
गले में काले नाग लिपटाये
चंदा चमके माथे पर जटा से गंगा जली
नंदी पर बैठे भोले नाथ की बरात चली
नाथों के नाथ औघड़ नाथ की बरात चली
नंदी पर बैठे भोले नाथ की बरात चली
करू ना ब्याह गौरा का विचारा
जान के मैना मन की नीरज
शिव ने अनोखा धारा
गौरा दुल्हन बन के आज चली
नंदी पर बैठे भोले नाथ की बरात चली
नाथों के नाथ औघड़ नाथ की बरात चली
नंदी पर बैठे भोले नाथ की बरात चली