कुटिया में आ गई बाहर जय श्री राधे राधे
होली का आया है त्यौहार, श्री राधे राधे।।
कुटिया में आई है बहार, श्री राधे राधे।।
कान्हा की आंखें काली, मैं तो हो गई मतवाली।।
मेरा तो बदल गया व्यवहार, श्री राधे राधे।।
कुटिया में आई है बहार, श्री राधे राधे।।
होली का आया है त्यौहार, श्री राधे राधे।।
संतों की महिमा निराली, मुखड़े पर रहती लाली।।
उनका तो कान्हा से है प्यार, श्री राधे राधे।।
कुटिया में आई है बहार, श्री राधे राधे।।
होली का आया है त्यौहार, श्री राधे राधे।।
होली के रंग निराले, नीले, पीले और काले।।
इनकी मस्ती है अपार, श्री राधे राधे।।
होली का आया है त्यौहार, श्री राधे राधे।।
कुटिया में आई है बहार, श्री राधे राधे।।
मेरा तो चोला रंग दे, संतों का मुझको रंग दे।।
संतों की महिमा अपरंपार, श्री राधे राधे।।
होली का आया है त्यौहार, श्री राधे राधे।।
कुटिया में आई है बहार, श्री राधे राधे।।
दुनिया की चाल अनूठी, यह तो बस रहती रूठी।।
कर लो तुम कान्हा से ही प्यार, श्री राधे राधे।।
कुटिया में आई है बहार, श्री राधे राधे।।
होली का आया है त्यौहार, श्री राधे राधे।।
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