शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं अमर आत्मा है सजिदानंद में हूँ शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं
यही ज्ञान अर्जुन को हरी ने सुनायो
यही ज्ञान वेदों में ऋषियों ने गायो वही आत्मा सचिदानंद में हूँ शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं अमर आत्मा है सजिदानंद में हूँ
जिसे शस्त्र काटे ना ही अग्नि जलाए गलाए ना पानी ना मृत्यु मिटाए वही आत्मा सचिदानंद में हूँ
Ankit Batra Bhajan Lyrics Hindi,Shiv Bhajan Lyrics in Hindi
शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं अमर आत्मा है सजिदानंद में हूँ जो व्यापक है कण कण में है वास जिसका नहीं तीनो कालो में है नाश जिसका
वही आत्मा सचिदानंद में हूँ शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं
शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं अमर आत्मा है सजिदानंद में हूँ
शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं अमर आत्मा है सजिदानंद में हूँ शिव ओहम शिव ओहम शिव स्वरूपं
Shivohum - A Quest for Truth | Shiv Bhajan | By Ankit Batra