
भोले तेरी भक्ति का अपना ही
दीनबन्धु दीनानाथ मेरी सुध लीजिये,
मेरी सुध लीजै दाता मेरी सुध लीजिये,
दीनबन्धु दीनानाथ,मेरी सुध लीजिये|
भाई नाहिं,बन्धु नाहिं,कुटुम्ब -परिवार नाहिं ।
ऐसा कोई मीत नाहिं,स्वार्थ बिना लीजिये|
दीनबन्धु दीनानाथ मेरी सुध लीजिये,
मेरी सुध लीजै दाता मेरी सुध लीजिये,
दीनबन्धु दीनानाथ,मेरी सुध लीजिये|
सोने की सलय्या नाही,रूपे को रुपय्या नाही|
कोडी पैसा पास नाही जासे कछु लीजिये|
दीनबन्धु दीनानाथ मेरी सुध लीजिये,
मेरी सुध लीजै दाता मेरी सुध लीजिये,
दीनबन्धु दीनानाथ,मेरी सुध लीजिये|
खेती नाही बाडी नाही बनिज ब्यापार नाही|
ऐसो कोई साहू नाही जहां सेंध कीजिये|
दीनबन्धु दीनानाथ मेरी सुध लीजिये,
मेरी सुध लीजै दाता मेरी सुध लीजिये,
दीनबन्धु दीनानाथ,मेरी सुध लीजिये|
कहत है मलूकदास छोड़ि दे पराई आस|
प्रभु की शरण में रह के,हरि की शरण में रह के,
बाहर ना पसीजिये|
दीनबन्धु दीनानाथ मेरी सुध लीजिये,
मेरी सुध लीजै दाता मेरी सुध लीजिये,
दीनबन्धु दीनानाथ,मेरी सुध लीजिये|
दीनबन्धु दीनानाथ मेरी सुध लीजिये