उठा के हाथां में निशान म्हें जयकार लगावांगा, जे आयो फगुनियो त्यौहार सभी मिल खाटू चालांगा, उठा के हाथा में निशान म्हें जयकार लगावांगा, जे आयो फगुनियो त्यौहार सभी मिल खाटू चालांगा।
घना दिन बाद यो आयो है जे फगुनिये रो रमझोलो, उठी सतरंग लहर हिवड़े जो आयो बाबे रो मेलो,
हो चख कर श्याम मधुर रस पान दिल की प्यास बुझावांगा, उठा के हाथा में निशान म्हें जयकार लगावांगा।
सजी सै प्रेमया की टोली ये सारे खेले हैं होली, बाजे चंग मृदंग धमाल करे है सगल्या ठिठोली, हो इब तो श्याम धनी के रंग में सागे म्हें रंग जावांगा, उठा के हाथा में निशान म्हें जयकार लगावांगा।
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi
ये जगमग खाटू री धरती तराने श्याम के जे भजती, मचलती बलखावे नेहा ये सांवरे की धुन में नचती, हो नीले अम्बर माही दूर तलक झंडो लहरावंगा, उठा के हाथां में निशान म्हें जयकार लगावांगा।
फागुन का मेला रंगों और खुशियों का उत्सव होता है। यह मेले खासतौर पर होली के आसपास गांवों और शहरों में लगाए जाते हैं। मेले में झूले, मिठाइयां, खेल खिलौने और लोकगीतों की धूम रहती है। लोग नए कपड़े पहनकर मेले का आनंद लेते हैं और आपस में प्रेम बढ़ाते हैं। यह मेला हमारे लोक संस्कृति और परंपराओं का सुंदर प्रतीक है।
Faguniyo Tyohar | Vijay Goswami | Fagun Special Bhajan 2025 | फागुणियो त्यौहार | विजय गोस्वामी |