झुंझन वाली ने म्हें आज पहनावा गजरो झुंझन वाली ने झुंझन वाली ने म्हें आज पहनावा गजरो झुंझन वाली ने पहनावा गजरो जी पहनावा गजरो झुंझन वाली ने झुंझन वाली ने म्हें आज पहनावा गजरो झुंझन वाली ने चुन चुन कालिया बागा रे म्हें फुलडा तोड़ के ल्याया रे जरी गोटो बांकडो गूंथ हार बनायो रे झुंझन वाली ने झुंझन वाली ने म्हें आज पहनावा गजरो झुंझन वाली ने यो अलबेलो गजरो म्हारी दादी के सोहेलो यो अलबेलो गजरो म्हारी दादी के सोहेलो कोई भगता रो मनडो गजरो भगता रो मनडो गजरो घनो मोहेलो म्हारी दादी जी ने झुंझन वाली ने ब्रह्म विष्णु शंकर थारे गजरे माय समाया रे ब्रह्म विष्णु शंकर थारे गजरे माय समाया रे सूरज तारा चंदा भी देखन आया रे झुंझन वाली ने इ गजरे की शान निराली जाने दुनिया सारी रे इ गजरे की शान निराली जाने दुनिया सारी रे नाच कूद कर म्हें तो आज खूब रिझाव रे म्हारी दादी ने झुंझन वाली ने म्हें आज
पहनावा गजरो झुंझन वाली ने झुंझन वाली ने म्हें आज पहनावा गजरो झुंझन वाली ने पहनावा गजरो जी पहनावा गजरो झुंझन वाली ने झुंझन वाली ने म्हें आज पहनावा गजरो झुंझन वाली ने
दादी के श्रृंगार की जान है ये भजन || Rani Sati Dadi Gajra Bhajan || Saurabh-Madhukar
Jhunjhan Vaalee Ne Mhen Aaj Pahanaava Gajaro Jhunjhan Vaalee Ne Jhunjhan Vaalee Ne Mhen Aaj Pahanaava Gajaro Jhunjhan Vaalee Ne Pahanaava Gajaro Jee Pahanaava Gajaro Jhunjhan Vaalee Ne Jhunjhan Vaalee Ne Mhen Aaj Pahanaava Gajaro Jhunjhan Vaalee Ne