आई है जागे वाली रात वे मैं तो झूम
आई है जागे वाली रात वे मैं तो झूम झूम नचना
(मुखड़ा)
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना,
घर में कराया मैंने माँ का जागराता,
घर मेरे आएगी शेरावाली माता,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
(अंतरे)
लाल चुनर तेरी तारों जड़ाई,
लाल चुनर तेरी तारों जड़ाई,
तुझे ओढ़ाऊँ अपने हाथ वे,
मैं तो झूम-झूम नचना,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
हलवा चने का भोग बनाया,
हलवा चने का भोग बनाया,
तुझे खिलाऊँ बड़े प्यार से,
मैं तो झूम-झूम नचना,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
कंजक रूप में आना माता,
कंजक रूप में आना माता,
हम पे लुटाना अपना प्यार वे,
मैं तो झूम-झूम नचना,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
भक्तों की विनती सुनती है अम्बे,
भक्तों की विनती सुनती है अम्बे,
आएगी सिंह पे सवार वे,
मैं तो झूम-झूम नचना,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
(पुनरावृत्ति – समापन)
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना,
घर में कराया मैंने माँ का जागराता,
घर मेरे आएगी शेरावाली माता,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना,
घर में कराया मैंने माँ का जागराता,
घर मेरे आएगी शेरावाली माता,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
(अंतरे)
लाल चुनर तेरी तारों जड़ाई,
लाल चुनर तेरी तारों जड़ाई,
तुझे ओढ़ाऊँ अपने हाथ वे,
मैं तो झूम-झूम नचना,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
हलवा चने का भोग बनाया,
हलवा चने का भोग बनाया,
तुझे खिलाऊँ बड़े प्यार से,
मैं तो झूम-झूम नचना,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
कंजक रूप में आना माता,
कंजक रूप में आना माता,
हम पे लुटाना अपना प्यार वे,
मैं तो झूम-झूम नचना,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
भक्तों की विनती सुनती है अम्बे,
भक्तों की विनती सुनती है अम्बे,
आएगी सिंह पे सवार वे,
मैं तो झूम-झूम नचना,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
(पुनरावृत्ति – समापन)
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना,
घर में कराया मैंने माँ का जागराता,
घर मेरे आएगी शेरावाली माता,
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम-झूम नचना।
शुक्रवार माता रानी जागरण स्पेशल :आयी है जागे वाली रात वे मैं तो झूम झूम नचना :Mata Ke Bhajan