लहर लहर लहराई माँ की चुनर भजन

लहर लहर लहराई माँ की चुनर लहराई

 
लहर लहर लहराई माँ की चुनर लहराई Lahar Lahar Laharayi Ma Ki Chunar Lyrics

जब जब घर में कोई संकट होता है
जब जब तेरा लाल कोई रोटा है
पल में मेरी दादी दौड़ी आई
हाथों को सर पे धरे
लहर लहर लहराई
माँ की चुनार लहराई

दादी से बढ़ के कोई नहीं
वेदो पुराणों ने बात कही
मन में जो तेरे कह दे यहाँ 
इस में समाया सारा जहाँ
होती है उसके दर पे सुन वाई
लहर लहर लहराई
माँ की चुनार लहराई

भक्तो के खातिर प्रगति है माँ
बस एक बार तू सिर को झुका
तुझको शरण में ये ले लेगी
मन चाहा वर तुझको माँ दे देगी
बन के रहे गी माँ तेरी परछाई
लहर लहर लहराई
माँ की चुनार लहराई

श्याम ने जब से माना तुझे 
बेटे के जैसे पाला मुझे
दर तेरा छोड़ के जाना नहीं
दूजा मेरा अब ठिकाना नहीं
मैया को मेरे मन को है बाई
लहर लहर लहराई
माँ की चुनार लहराई
 
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