राधा रानी के चरणों में रह लेंगे हम
राधा रानी के चरणों में रह लेंगे हम
राधा रानी के चरणों में रह लेंगे हम,
हो, अपनी श्यामा के चरणों में रह लेंगे हम।।
जैसे रखेगी राधा रानी, रह लेंगे हम,
राधा रानी के चरणों में रह लेंगे हम।।
तेरे चरणों का हमने सहारा लिया,
जैसे गुज़रेगी, वैसे गुज़ारेंगे हम।।
अच्छी गुज़रेगी, अच्छी गुज़ारेंगे हम,
जैसी गुज़रेगी, वैसी गुज़ारेंगे हम।।
राधा रानी के चरणों में रह लेंगे हम।।
कोई पागल कहे या दीवाना कहे,
तेरी प्रीति में सब कुछ ही सह लेंगे हम।।
जैसे रखेगी राधा रानी, रह लेंगे हम,
राधा रानी के चरणों में रह लेंगे हम।।
वहाँ जो भी मिलेगा, पा लेंगे हम,
बृज भूमि में जीवन बिताएंगे हम।।
बरसाने में जीवन बिताएंगे हम,
श्यामा प्यारी के चरणों में रह लेंगे हम।।
हो, अपनी श्यामा के चरणों में रह लेंगे हम।।
जैसे रखेगी राधा रानी, रह लेंगे हम,
राधा रानी के चरणों में रह लेंगे हम।।
तेरे चरणों का हमने सहारा लिया,
जैसे गुज़रेगी, वैसे गुज़ारेंगे हम।।
अच्छी गुज़रेगी, अच्छी गुज़ारेंगे हम,
जैसी गुज़रेगी, वैसी गुज़ारेंगे हम।।
राधा रानी के चरणों में रह लेंगे हम।।
कोई पागल कहे या दीवाना कहे,
तेरी प्रीति में सब कुछ ही सह लेंगे हम।।
जैसे रखेगी राधा रानी, रह लेंगे हम,
राधा रानी के चरणों में रह लेंगे हम।।
वहाँ जो भी मिलेगा, पा लेंगे हम,
बृज भूमि में जीवन बिताएंगे हम।।
बरसाने में जीवन बिताएंगे हम,
श्यामा प्यारी के चरणों में रह लेंगे हम।।
यह भजन भक्त की अटूट श्रद्धा और संपूर्ण समर्पण को दर्शाता है। इसमें भक्त कहता है कि उसका जीवन राधा रानी के चरणों में ही व्यतीत होगा, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों। भक्त राधा-कृष्ण के प्रेम में इतना तल्लीन है कि वह संसार की बातों से परे, केवल उनकी भक्ति में ही लीन रहना चाहता है। चाहे लोग उसे पागल कहें या दीवाना, वह श्रीराधा की प्रीति में सबकुछ सहने को तैयार है। बृज भूमि और बरसाने में जीवन बिताने की यह प्रबल इच्छा भक्त के प्रेम और समर्पण की गहराई को दर्शाती है। यह भजन राधा-कृष्ण के दिव्य प्रेम और भक्ति की महिमा का गुणगान करता है।
राधा रानी के चरणों में | राधा रानी का मनमोहित कर जाने वाला भजन | Keshav Sharma | Saawariya