उठ जाग सवेरा होग्या लिरिक्स Uth Jag Severa Hogya Lyrics

उठ जाग सवेरा होग्या लिरिक्स Uth Jag Severa Hogya Lyrics

 
उठ जाग सवेरा होग्या लिरिक्स Uth Jag Severa Hogya Lyrics

उठ जाग सवेरा होग्या,
क्यों सोग्या चादर ताण के,
उठ जाग सवेरा होग्या,
क्यों सोग्या चादर ताण के,
उठ जाग सवेरा होग्या,
क्यों सोग्या चादर ताण के,

क्यों भरम नींद में सोवे
मत समय कीमती खोवे,
क्यों भरम नींद में सोवे
मत समय कीमती खोवे,
तन्ने आगे का सुख होवे,
तू अर्जी ला भगवान् के
उठ जाग सवेरा होग्या,
क्यों सोग्या चादर ताण के,
उठ जाग सवेरा होग्या,
क्यों सोग्या चादर ताण के,

ये लाखो साल सो लिए
तन्ने कितने युग खो लिए
ये लाखो साल सो लिए
तन्ने कितने युग खो लिए

मन मन्त्र कलप हो लिए
यह जीव बंध्या अज्ञान के
उठ जाग सवेरा होग्या,
क्यों सोग्या चादर ताण के,
उठ जाग सवेरा होग्या,
क्यों सोग्या चादर ताण के,

तेरी किस्मत तेरे हाथ में,
तेरा प्यारा तेरे साथ में
तेरी किस्मत तेरे हाथ में,
तेरा प्यारा तेरे साथ में
ना काची पवे बात में,
लगे किसे किसे इंसान न
उठ जाग सवेरा होग्या,
क्यों सोग्या चादर ताण के,
उठ जाग सवेरा होग्या,
क्यों सोग्या चादर ताण के,

कृष्ण लाल हरी गुण गाले,
तू सेज सुरंगी बिछा ले,
कृष्ण लाल हरी गुण गाले,

तू सेज सुरंगी बिछा ले,
तरिया बग में आसन ला ले,
तू शरण 'चंद्र भान ' के
उठ जाग सवेरा होग्या,
क्यों सोग्या चादर ताण के,
उठ जाग सवेरा होग्या,
क्यों सोग्या चादर ताण के
 

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