अब मैं राम सकल सिद्धि पाई हिंदी मीनिंग कबीर के दोहे

अब मैं राम सकल सिद्धि पाई हिंदी मीनिंग Ab Mein Ram Sakal Siddhi Payi Hindi Meaning Kabir Dohe Hindi Arth Sahit

 
अब मैं राम सकल सिद्धि पाई हिंदी मीनिंग Ab Mein Ram Sakal Siddhi Payi Hindi Meaning

अब मैं राम सकल सिद्धि पाई।
औन कहूँ तो राम दुहाई।।
इहि चिति राशि सबै रस दीठा, राम राम सा और न मीठा।।
औरे रस है है कफ गाता, हरि रस अधिक-अधिक सुखदाता।।
दूजा वणिज नहीं कछू बाषर, राम नाम दोऊ तत आषर।।
कहै कबीर जे हरि रस भोगी, ताकू मिल्या निरंजन जोगी।।

Ab Main Raam Sakal Siddhi Paee.
Aun Kahoon To Raam Duhaee..
Ihi Chiti Raashi Sabai Ras Deetha, Raam Raam Sa Aur Na Meetha..
Aure Ras Hai Hai Kaph Gaata, Hari Ras Adhik-adhik Sukhadaata..
Dooja Vanij Nahin Kachhoo Baashar, Raam Naam Dooo Tat Aashar..
Kahai Kabeer Je Hari Ras Bhogee, Taakoo Milya Niranjan Jogee..


कबीर पद हिंदी मीनिंग:
मैंने राम को प्राप्त कर लिया है तो मैंने समस्त सिद्धियां प्राप्त कर ली हैं। अब मुझे दुहाई है, शपथ है जो मैं अब किसी और किसी के विषय में बात करूँ। मैंने इस चित्त के सभी रसों को चख कर देख लिया है। अन्य सभी रसों से शरीर में कफ बढ़ता है, कफ गाता है, भाव है की अन्य सभी विषय वासनाओं का कोई स्थान नहीं है क्योंकि ये एक अन्य विकार को जन्म देती हैं। कफ बढ़ने से भाव है की अन्य कोई नए विकार का जन्म लेना। अब मुझे कोई दुसरा व्यापार भी नहीं करना है, भाव है की जिसमे घाटा हो। राम नाम के दो अक्षर से ही मुझे सुख प्राप्त होता है और इन्ही में मेरी पूर्ण निष्ठां है। जो कोई भी हरी रस का पान करता है उसे ही पूर्ण ब्रह्म की प्राप्ति होती है।

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