
भोले तेरी भक्ति का अपना ही
कबीर पद हिंदी मीनिंग: मैंने राम को प्राप्त कर लिया है तो मैंने समस्त सिद्धियां प्राप्त कर ली हैं। अब मुझे दुहाई है, शपथ है जो मैं अब किसी और किसी के विषय में बात करूँ। मैंने इस चित्त के सभी रसों को चख कर देख लिया है। अन्य सभी रसों से शरीर में कफ बढ़ता है, कफ गाता है, भाव है की अन्य सभी विषय वासनाओं का कोई स्थान नहीं है क्योंकि ये एक अन्य विकार को जन्म देती हैं। कफ बढ़ने से भाव है की अन्य कोई नए विकार का जन्म लेना। अब मुझे कोई दुसरा व्यापार भी नहीं करना है, भाव है की जिसमे घाटा हो। राम नाम के दो अक्षर से ही मुझे सुख प्राप्त होता है और इन्ही में मेरी पूर्ण निष्ठां है। जो कोई भी हरी रस का पान करता है उसे ही पूर्ण ब्रह्म की प्राप्ति होती है।
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