चोरी चोरी माखन खाय गयो री यसोदा

चोरी चोरी माखन खाय गयो री यसोदा के ललनवा

चोरी-चोरी माखन, खाई गयो रे,
यशोदा के ललनवा।।
मां यशोदा के ललनवा,
यशोदा के ललनवा।।
चोरी-चोरी माखन, खाई गयो रे...

मैंने उसे पूछा कि, नाम तेरा क्या है,
मैंने उसे पूछा... (होए, होए, होए, होए...)
माधव नाम, बताई गयो रे,
यशोदा के ललनवा।।
चोरी-चोरी माखन, खाई गयो रे...

मैंने उसे पूछा कि, गांव तेरा क्या है,
मैंने उसे पूछा... (होए, होए, होए, होए...)
गोकुल गांव, बताई गयो रे,
यशोदा के ललनवा।।
चोरी-चोरी माखन, खाई गयो रे...

मैंने उसे पूछा कि, खाना तेरा क्या है,
मैंने उसे पूछा... (होए, होए, होए, होए...)
माखन-मिश्री, बताई गयो रे,
यशोदा के ललनवा।।
चोरी-चोरी माखन, खाई गयो रे...

मैंने उसे पूछा कि, काम तेरा क्या है,
मैंने उसे पूछा... (होए, होए, होए, होए...)
माखन चोरी, बताई गयो रे,
यशोदा के ललनवा।।
चोरी-चोरी माखन, खाई गयो रे...

मैंने उसे पूछा मां-बाप तेरे कौन हैं,
मैंने उसे पूछा... (होए, होए, होए, होए...)
नंद-यशोदा, बताई गयो रे,
यशोदा के ललनवा।।
चोरी-चोरी माखन, खाई गयो रे...

मैंने उसे पूछा कि, प्यारी तेरी कौन है,
मैंने उसे पूछा... (होए, होए, होए, होए...)
राधा रानी जी, बताई गयो रे,
यशोदा के ललनवा।।
चोरी-चोरी माखन, खाई गयो रे...


चोरी चोरी माखन खाय गयो री यसोदा के ललनवा By Nidhi Dholakiya 2018
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