थोड़ी दया तो मेरी झोली में डाल दे माँ भजन

थोड़ी दया तो मेरी झोली में डाल दे माँ भजन

(मुखड़ा)
थोड़ी दया तो मेरी,
झोली में डाल दे माँ,
तेरे बगैर मेरा,
है कौन शारदे माँ,
थोड़ी दया तो मेरी,
झोली में डाल दे माँ।।

(अंतरा)
आया हूँ द्वार तेरे,
दुख दूर करो मेरे,
दर्शन की एक झलक से,
मिट जाएँगे अंधेरे,
मैया, तेरे ललन को,
ध्यानु सा प्यार दे माँ,
थोड़ी दया तो मेरी,
झोली में डाल दे माँ।।

है शेर की सवारी,
लगती है प्यारी-प्यारी,
मैया के आँगन में,
होती है भीड़ भारी,
तारा है पापियों को,
मुझको भी तार दे माँ,
थोड़ी दया तो मेरी,
झोली में डाल दे माँ।।

चूड़ी चढ़ा रहे हैं,
चूनर ओढ़ा रहे हैं,
ज्योति जला-जला कर,
माँ को मना रहे हैं,
फरियाद कर रहे हैं,
बिगड़ी सँवार दे माँ,
थोड़ी दया तो मेरी,
झोली में डाल दे माँ।।

जानूँ न तेरी पूजन,
श्रद्धा के फूल अर्पण,
नैना "पदम" के प्यासे,
मैया जी, दे दो दर्शन,
डूबा हूँ मैं भँवर में,
अब तो उबार दे माँ,
थोड़ी दया तो मेरी,
झोली में डाल दे माँ।।

(पुनरावृत्ति)
थोड़ी दया तो मेरी,
झोली में डाल दे माँ,
तेरे बगैर मेरा,
है कौन शारदे माँ,
थोड़ी दया तो मेरी,
झोली में डाल दे माँ।।
 


thodi Daya to meri jholi me dar de maa

तर्ज: चूड़ी मजा न देगी कंगन मजा न देगा
फिल्म: सनम बेवफा 

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